सोमवार, 12 जुलाई 2010

रायपुर की टीम में स्थान पाने जुटीं खिलाड़ी

राजधानी रायपुर में जूनियर बालिका फुटबॉल खिलाडिय़ों की कितनी भरमार है इसका नमूना आज सप्रे स्कूल में शाम को तब देखने को मिला जब जूनियर अंडर १७ साल की रायपुर की टीम में स्थान पाने के लिए ५० से ज्यादा खिलाड़ी जुटीं। आज से पांच साल पहले राज्य की टीम के लिए १५ खिलाड़ी ही नहीं जुट पाती थीं।
सप्रे स्कूल के मैदान में शाम को एक लाइन से ५० से ज्यादा खिलाड़ी थीं और जिला फुटबॉल संघ के मुश्ताक अली प्रधान के साथ एनआईएस कोच सरिता कुजूर खिलाडिय़ों के नाम लिखने में व्यस्त थे। ये खिलाड़ी यहां पर रायपुर की अंडर १७ साल की टीम में स्थान पाने के लिए ट्रायल देने आई थीं। इतनी ज्यादा खिलाड़ी वो भी रायपुर ज्लिे की टीम में स्थान पाने के लिए वास्तव में हैरानी की बात है। मुश्ताक अली के साथ सरिता कुजूर का कहना है कि यह सब तो रायपुर में खिलाडिय़ों को दिए जा रहे प्रशिक्षण का नतीजा है जो इतनी ज्यादा खिलाड़ी अब फुटबॉल से जुड़ गई है। इन्होंने बताया कि पांच साल पहले २००५ में ही जब राज्य की टीम बनाने के लिए चयन ट्रायल का आयेजन किया जाता था तो रायपुर क्या पूरे राज्य के जिलों से १५ खिलाड़ी जुट नहीं पाई थी बड़ी मुश्किल से टीम बनाकर राज्य स्पर्धा में खेलने भेजते थे। आज राजधानी में हालत यह है कि हर कौने में खिलाड़ी हैं। ट्रायल में शंकर नगर, खम्हराडीह, कंचना, भावना नगर के साथ शांति नगर स्कूल, पैलोटी, न्यू शांति नगर स्कूल, होलीक्रास स्कूल, बीपी पुजारी स्कूल, कैपियन स्कूल, विवेक विद्यालय की खिलाड़ी ट्रायल देने आई हैं।
मुश्ताक अली ने बताया कि जितनी खिलाड़ी रायपुर में जूनियर वर्ग के अंडर १७ में हैं उससे ज्यादा खिलाड़ी तो अंडर १३ साल की टीम में है। उन्होंने बताया कि रायपुर की दो खिलाडिय़ों सुप्रिया कुकरेती के साथ निकिता स्विसपन्ना के अंडर १३ साल की भारतीय टीम में खेलने के बाद रायपुर में फुटबॉल के क्रेज लड़कियों में और ज्यादा बढ़ा है। रायपुर की दो खिलाडिय़ों का भारतीय टीम से चुना जाना अपने आप में एक इतिहास है क्योंकि इससे पहले कभी मप्र की भी किसी खिलाड़ी को भारतीय टीम से मौका नहीं मिला था।
जिला फुटबॉल संघ के दिवाकर थिटे ने बताया कि राज्य स्पर्धा का आयोजन डोंगरगढ़ में २३ जुलाई से किया गया है। वहां टीम के जाने से पहले चुनी गई टीम का यहां पर प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा। रायपुर की टीम पिछले साल दुर्ग में हुई स्पर्धा में विजेता बनी थी। इस बार भी टीम विजेता बने ऐसी टीम का चयन करने के साथ टीम को तैयार करने का काम किया जाएगा। टीम को तैयार करने का जिम्मा मुश्ताक अली प्रधान के हाथों रहेगा। टीम को सरिता कुजूर की सेवाएं नहीं मिल पाएगी वह जूनियर टीम लेकर बाहर जा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं:

हिन्दी में लिखें

खेलगढ़ Headline Animator

खेलगढ़ की चर्चा हिन्दुस्तान में