सोमवार, 19 जुलाई 2010

नजरें टॉप सात पर

कामनवेल्थ की संभावित नेटबॉल टीम में शामिल छत्तीसगढ़ की प्रीति बंछोर के साथ नेहा बजाज का कहना है कि अब उनका मकसद अंतिम १२ में शामिल होना नहीं बल्कि टॉप सात में आना है ताकि अपने देश के लिए कामनवेल्थ में हर मैच खेल सकें। इन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह से उनको लगातार दो साल से ज्यादा समय से चल रहे प्रशिक्षण शिविर में मौका मिल रहा है उससे लगता है कि हम दोनों को जरूर अंतिम १२ की टीम में तो स्थान मिल ही जाएगा।
दिल्ली में चल रहे अंतिम प्रशिक्षण शिविर से कुछ दिनों का अवकाश लेकर अपने घर आई इन खिलाडिय़ों ने आज यहां पर नेताजी स्टेडियम में चर्चा करते हुए कहा कि उनको इस बात की उम्मीद थी कि उनका चयन अंतिम १७ की टीम में हो जाएगा। इसमें सफलता मिलने के बाद अब सबसे पहले अंतिम १२ में स्थान पाना प्राथमिकता है। इसी के साथ अब बचे हुए दिनों में अपने खेल में इतना निखार लाना है कि हमें पहली सात खिलाडिय़ों में स्थान मिल सके ताकि हम लोग हर मैच खेलने का मौका प्राप्त कर सके।
इन्होंने पूछने पर बताया कि कामनवेल्थ में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहेगा जरूर कहा जा सकता है। अब लगातार हमारी टीम में निखार आ रहा है। पहली बार पिछले माह दिल्ली में हुई एशियन यूथ स्पर्धा में भारत की टीम चौथे स्थान पर रही। ३० सालों के इतिहास में भारतीय टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची। सेमीफाइनल में हमारी टीम विजेता बनी मलेशिया की टीम से मात खा गई। तीसरे और चौथे स्थान के मैच में हमारी टीम को सिंगापुर से मात खानी पड़ी। इस स्पर्धा में खेलने वाली नेहा बजाज ने बताया कि उनको इस स्पर्धा में गोल अटैक, गोल शूटर के साथ गोलकीपर की भी भूमिका निभानी पड़ी। नेहा ने बताया कि वह अब तक चार बार अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारतीय टीम से खेली हैं। पहली बार उनको श्रीलंका में २००६ में तीन देशों की शृंखला में खेलने का मौका मिला। इसके बाद वह २००८ में हांगकांग में यूथ एशियन चैंपियनशिप और २००९ में मलेशिया में सीनियर चैंपियनशिप में खेली। और अब उनको पिछले माह दिल्ली में एशियन यूथ स्पर्धा में खेलने का मौका मिला।
प्रीति बंछोर ने बताया कि वह पहली बार २००४ में सिंगापुर में सीनियर स्पर्धा में खेलीं। इसके बाद २००६ में यूथ एशियन चैंपियनशिप भारत में हुई तो वह टीम की कप्तान थीं। इसी साल वह श्रीलंका में तीन देशों की शृंखला में खेली। पिछले साल जब भारत की संभावित कामनवेल्थ टीम आस्ट्रेलिया के दौरे पर गई तो इस दौरे में प्रीति भी गई थीं। अब भारतीय टीम जब कामनवेल्थ की तैयारी में जुटी हैं तो प्रीति के साथ नेहा को भरोसा है कि उनको अंतिम टीम में मौका जरूर मिलेगा। इसके लिए दोनों मेहनत करने की बात करती हैं।

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