शनिवार, 17 जुलाई 2010

८० धावकों को मिलेगा मौका

राजधानी रायपुर में होने वाली बैटन रिले के लिए अब धावकों का कोटा ५० से बढ़कर ८० हो गया है। इतने धावकों के लिए कामनवेल्थ समिति से टी-शर्ट और लोवर भी आ गए हैं। पूर्व में १३० धावकों के लिए ड्रेस आनी थी, लेकिन अब १७० ड्रेस भेजी गई है। इसी के साथ वालेंटियर और अधिकारियों के लिए भी ज्यादा टी-शर्ट भेजी गई है। यह सब छत्तीसगढ़ में रिले को ऐेतिहासिक बनाने की तैयारियों की जानकारी होने के कारण संभव हो सका है।
बैटन रिले में बैटन थामने को लेकर लंबे समय से गहमागहमी का माहौल है। इसके लिए पूर्व में जिले के खेल विभाग ने जो सूची तैयार की थी, वह सूची तो अब काम की नहीं रह गई हैं क्योंकि इस सूची में २०० से ज्यादा धावकों को दावेदारों में शामिल किया गया था। इस सूची की अहमियत उस समय समाप्त हो गई थी जब यह बात सामने आई कि रायपुर के लिए तो कामनवेल्थ समिति ने महज ५० धावकों के लिए सहमति जताई है। इस जानकारी के बाद राज्य समिति की यहां पर जो २८ जून को खेलमंत्री लता उसेंडी की अध्यक्षता में बैठक हुई उसमें यह तय किया गया कि एक खेल से एक ही पात्र खिलाड़ी को लिया जाएगा। ऐसे में सभी खेल संघों को अपने अपने खेल से एक अंतरराष्ट्रीय या फिर पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी का नाम भेजने के लिए कहा गया। इसी बैठक में यह तय किया गया था कि ५० के कोटे में ३० धावकों खिलाडिय़ों और खेल संघों में से होंगे, बाकी वीआईपी और अन्य रखे जाएंगे।
इधर दिल्ली में कामनवेल्थ समिति की बैठक में जब सभी राज्यों को बुलाया गया तो इसी बैठक में यह बात सामने आई कि सबसे तेजी के साथ और अच्छे तरीके से अगर किसी राज्य में बैटन रिले की तैयारी चल रही है तो वह राज्य छत्तीसगढ़ है। इसी बैठक में धावकों के लिए तय प्रतिशत को भी ओलंपिक संघ ने किनारे करते हुए यह कह दिया कि छत्तीसगढ़ में ओलंपिक संघ और सरकार के बीच में बहुत अच्छा तालमेल है ऐसे में सरकार ही तय करेगी कि बैटन धावक कौन होंगे। बैठक में सरकार के लिए ६० और ओलंपिक संघ के लिए ४० प्रतिशत का कोटा तय किया गया था। छत्तीसगढ़ में कोटे को लेकर एक बार फिर से आयोजन समिति के सामने मांग रखी गई थी कि छत्तीसगढ़ के कोटे में इजाफा किया जाए क्योंकि राज्य में बहुत ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों के साथ पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी हैं। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि रायपुर के रिले के लिए ७१ पुरस्कार प्राप्त और अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों के साथ २४ पात्र खिलाड़ी दूसरे जिलों के दावेदारों की सूची में शामिल हैं। अब इतने दावेदारों में से ३० खिलाडिय़ों का चयन करना खेल संघों के साथ खेल विभाग के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है। ऐसे समय में जबकि खेल संघ और खेल विभाग में परेशानी में हैं तो इनके लिए यह खबर राहत देने वाली है कि कामनवेल्थ समिति से छत्तीसगढ़ के कोटे में ४० धावकों का इजाफा करते हुए १७० का कोटा न सिर्फ मंजूर किया है, बल्कि इनके लिए ड्रेस भी खेल विभाग में भेज दी है।
खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि धावकों के लिए टी-शर्ट के साथ लोवर आ गए हैं जिसकी संख्या १७० है। इस संख्या में ८० का कोटा रायपुर के लिए ६० दुर्ग-भिलाई और ३० राजनांदगांव के लिए है। उन्होंने बताया कि रायपुर के कोटे में जहां ३० धावकों का इजाफा हुआ है, वहीं राजनांदगांव के लिए भी १० धावकों का कोटा बढ़ा है। पूर्व में वहां के लिए २० धावकों की संख्या तय की गई है। एक तरफ जहां धावकों का कोटा बढ़ा है, वहीं वालेंटियर और अधिकारियों के लिए आई टी-शर्ट में भी इजाफा हुआ है। पूर्व में दोनों के लिए १००-१०० का कोटा तय था, लेकिन अब वालेंटियरों के लिए १४० और अधिकारियों के लिए १४५ टी-शर्ट आई हैं। इसके अलावा १५० टोपियां और १०० बैनर भी आए हैं।

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