गुरुवार, 22 जुलाई 2010

खाने के लिए पहली बार खेल विभाग की निविदा

खेल और युवा कल्याण विभाग ने पहली बार खिलाडिय़ों के खाने के लिए निविदा आमंत्रित करके ठेका देने का काम किया है। अब जिस ठेकेदार को यह काम दिया जा रहा है, वही साल भर खेल विभाग के हर आयोजन में खिलाडिय़ों को विभाग द्वारा तय किए गए मेनू के हिसाब से खाना देगा। इसी के साथ विभाग ने विभिन्न आयोजनों के लिए टेंट की भी निविदा निकाली है। दोनों ही निविदाएं आज विभाग में खोली गईं। अब किसको ठेका दिया जा रहा है इसका खुलासा बाद में होगा। खेल विभाग द्वारा साल भर में विभिन्न खेलों के आयोजन किए जाते हैं। इन आयोजनों के लिए खाने से लेकर टेंट के बिलों को लेकर हमेशा यह बात सामने आई है कि इसमें बहुत ज्यादा गड़बड़ी की जाती है। ऐसे में इन बातों के समाधान के लिए खेल संचालक जीपी सिंह ने यह रास्ता निकाला कि खाने के साथ टेंट की भी निविदा निकाली जाए। निविदा निकालने के बाद इन दोनों निविदाओं के लिफाफे खोले गए हैं। खाने का एक मेनू तय किया गया है। इस मेनू के हिसाब से किसी भी आयोजन में खिलाडिय़ों को सुबह चाय के साथ नाश्ते में आलू पोहा, दोसा, छोले बटुरे, पुड़ी सब्जी जैसा कोई आयटम देना होगा। साथ ही दो अंडे और एक गिलास दूध। लंच और डीलर में दो तरह की सब्जी, चपाती, दाल, चावल, सलाद, पापड़, रायता या दही, फल एक नग देना होगा। शाम को खिलाडिय़ों को चाय के साथ दो बिस्कुट देने होंगे।

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