शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

मुख्यमंत्री तय करेंगे कार्यकारिणी

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की सामान्य सभा की बैठक में आज पुरानी कार्यकारिणी ने इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह को अध्यक्ष बना दिया। इसी के साथ अब नई कार्यकारिणी के गठन का जिम्मा भी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को दिया गया है। बैठक में अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा के साथ विवाद के चलते जहां संघ के सचिव बशीर अहमद खान ने सार्वजानिक रूप से माफी मांगी, वहीं डॉ. वर्मा ने भी किसी भी तरह की गलती के लिए माफी मांगी। बैठक के अंत में संघ के संरक्षक विधान मिश्रा के बोलने से कुछ हंगामे जैसी स्थिति हो गई थी, लेकिन इसे संभाल लिया गया।
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की आज सुबह ११ बजे ग्रांट इंटरनेशनल में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. अनिल वर्मा ने कहा कि अब मेरे और महासचिव बशीर अहमद के बीच कोई विवाद नहीं रह गया है। कल रात को सारे गिले-शिकवे दूर हो गए हैं। रात को मेरे निवास में बशीर के साथ गुरूचरण सिंह होरा और मो. अकरम खान आए थे। इन सब छोटे भाईयों के कहने पर मैंने बड़े होने के नाते इनकी बातों को मानते हुए इस बैठक में आने का निर्णय लिया। मैं वैसे भी काफी समय से यह महसूस कर रहा था कि मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से समय नहीं दे पा रहा हूं। इसी के साथ मुङो लग रहा है कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है, ऐसे में संघ की कमान किसी दमदार व्यक्ति के हाथों में होनी चाहिए। मेरे हिसाब से मुख्यमंत्री से ज्यादातर दमदार कोई नहीं हो सकता है। मैं उनको अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव के साथ अपना इस्तीफा दे रहा है और सभी से आग्रह है कि कार्यकारिणी के सारे पदाधिकारी इस्तीफा दे दें ताकि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को ही नई कार्यकारिणी बनाने का जिम्मा सौंपा जा सके। श्री वर्मा की पहल के बाद सभी ने अपना इस्तीफा दे दिया।
मैं माफी मांगता हूं: बशीर
बैठक में सबसे पहले बोलते हुए संघ के महासचिव बशीर अहमद खान ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए कहा कि मेरे और डॉ. वर्मा के बीच में गलतफहमी बढ़ते जा रही थी जिसके कारण खेल का नुकसान होने लगा था। इस गलतफहमी को दूर करने में मो. अकरम खान के साथ कैलाश मुरारका ने मदद की। उन्होंने कहा कि मुङो किस पद का मोह नहीं है मैं पहले एक स्पोट्र्स मैन हूं।
१७ की बैठक निरस्त
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरूचरण सिंह होरा ने कहा कि सबसे पहले तो मैंं यह कहना चाहता हूं कि मैं कार्यवाहक अध्यक्ष नहीं हूं और मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि १७ जून को भिलाई में हुई बैठक को निरस्त माना जाए। उनके इस आग्रह भी सभी ने इस बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मैंने कभी यह नहीं कहा कि डॉ. वर्मा अध्यक्ष नहीं है।
विधान मिश्रा नाराज होकर चले गए
बैठक के अंत तक जब संघ के संरक्षक विधान मिश्रा के बोलने नहीं दिया गया तो उन्होंने माइक लेकर बोलना प्रारंभ किया और कहा कि बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ का कोई पर्यवेक्षक नहीं आया है इसलिए इस बैठक का कोई मतलब नहीं है। उनके बोलने से माहौल बिगडऩे की संभावना देखते हुए जब श्री होरा ने यह कह दिया कि बैठक समाप्त हो चुकी है ऐसा में कुछ भी बोलने का मलतब नहीं है। इस पर नाराज होकर श्री मिश्रा चले गए।
बैठक में मंच पर डॉ. अनिल वर्मा के साथ गुरूचरण सिंह होरा, बशीर अहमद खान, वैभल मिश्रा, विधान मिश्रा, रामनिवास बैठे थे। बैठक में ओलंपिक संघ के सभी पदाधिकारियो के साथ सभी मान्यता प्राप्त खेलों के अध्यक्ष और सचिव उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

हिन्दी में लिखें

खेलगढ़ Headline Animator

खेलगढ़ की चर्चा हिन्दुस्तान में