रविवार, 3 अक्तूबर 2010

दो टीमों के लिए १६० खिलाड़ी

रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के मैदान में खिलाडिय़ों का जमावड़ा लगा है। हर जिले के छोटे-छोटे खिलाडिय़ों को अपनी बारी का इंतजार है कि कब उनका नंबर आए और वे अपना जौहर दिखाकर अपने को प्रदेश की टीम के लायक साबित कर सके। यहां पर सुबह से लेकर शाम तक प्रदेश की सब जूनियर साफ्टबॉल टीम का चयन ट्रायल हुआ और महज राज्य की बालक और बालिका टीम में स्थान पाने के लिए ७ जिलों के १६० खिलाड़ी जुटे। इसी के साथ सीनियर टीम में स्थान पाने के लिए ५० के बीच मुकाबला हुआ।
राष्ट्रीय सब जूनियर साफ्टबॉल का आयोजन जम्मू में २३ अक्टूबर से होना है। इसके लिए प्रदेश की टीम बनाने के लिए सुबह से रविवि के मैदान में चयन ट्रायल का आयोजन किया गया था। इस चयन ट्रायल में ही रायपुर के साथ जांजगीर चांपा, कोरबा, रायगढ़, बिलासपपुर, दुर्ग और राजनांदगांव के १६० खिलाड़ी जुटे। इन खिलाडिय़ों में से हर खिलाड़ी एक ही तमन्ना लेकर राजधानी रायपुर आया कि उसे किसी भी तरह से टीम में स्थान बनाना है ताकि अपने राज्य के लिए खेल सके। खिलाडिय़ों ने कड़े मुकाबले के लिए अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार भी किया और अपने-अपने जौहार दिखते हुए अपना दावा पुख्ता करने का काम भी किया है। अब किस खिलाड़ी की मेहनत ने रंग दिखाया यह टीम के तय होने पर मालूम होगा।
ग्रामीण खिलाड़ी ज्यादा
चयन ट्रायल में शामिल होने आए खिलाडिय़ों के बारे में साफ्टबॉल संघ के ओपी शर्मा ने बताया कि हर जिले से जितने भी खिलाड़ी आएं हैं उनमें शहरों के खिलाड़ी कम और ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी ज्यादा हैं। श्री शर्मा ने बताया कि उनको यह बात अच्छी तरह से मालूम है कि खेलों की प्रतिभाएं गांवों में ज्यादा हैं ऐसे में हमने अब तक जितने जिलों में संघ बनाए हैं, संघ चलाने वालों से साफ कहा है कि ग्रामीण खिलाडिय़ों को निखारने का काम किया जाए। उन्होंने बताया कि उनका संघ एक ऐसा संघ है जिसमें ज्यादातर पदाधिकारी खिलाड़ी हैं।
राष्ट्रीय खेलों में जीतेंगे पदक
श्री शर्मा बाहर से आए खिलाडिय़ों को जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले ३७वें राष्ट्रीय खेलों तक साफ्टबॉल एक पदक वाले खेल के रूप में शामिल हो चुका रहेगा। उन्होंने बताया कि केरल के राष्ट्रीय खेलों में साफ्टबॉल प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल होगा, इसके बाद संभवत: गोवा के राष्ट्रीय खेलों में पदक वाले खेल के रूप में शामिल हो जाएगा। वहां नहीं हुआ तो छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में जरूर यह पदक वाले खेल के रूप में शामिल हो जाएगा। उन्होंने खिलाडिय़ों ने अपनी मेजबानी में पदक जीतने की तैयारी अभी से करने की बात कही।

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