शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2010

अख्तर की तकनीक पर सब फिदा

छत्तीसगढ़ क्लब में लॉन टेनिस के कोर्ट में एक छोर से एक खिलाड़ी लगातार सर्विस कर रहा है और दूसरी तरफ से एक एक करके खिलाड़ी आते जा रहे हैं और बॉल रिटर्न कर रहे हैं। सामने खड़े अंतरराष्ट्रीय कोच अख्तर अली हर बॉल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कभी वे कहते हैं वैरी गुड, तो कभी कहते हैं शाबास, कभी कहते हैं वैरी नाइस। जब कोई खिलाड़ी बॉल गलत मार देता है तो वे चिल्ला उठाते हैं कि क्या कर रहे हो। जिस तरह की तकनीक से वे खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं उस तकनीक पर खिलाड़ी ही नहीं बल्कि स्थानीय प्रशिक्षक भी फिदा हैं। वैसे उनसे स्थानीय प्रशिक्षक भी टेनिस के गुर सीखने का काम कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ क्लब में इस समय जूनियर लॉन टेनिस खिलाडिय़ों का मेला सा लगा है। टेनिस के कोर्ट के एक छोर पर लाइन से खड़े खिलाड़ी इंतजार में हैं कि कब उनको कोच अख्तर अली का इशारा मिले और वे मैदान में डट जाए बॉल मारने के लिए। कोर्ट के एक छोर में एक ट्राली में बॉल रखी हुई है और एक खिलाड़ी अभिजीत तिवारी उधर से सर्विस कर रहे हैँ। जैसे ही श्री अली का इशारा मिलता है, वे सर्विस करते हैं। उधर से सर्विस हो रही, सर्विस को वापस करने का जिम्मा एक एक करके खिलाडिय़ों को दिया जा रहा है। जिस खिलाड़ी को श्री अली का इशारा मिलता है, वह तैयार हो जाता है, सर्विस को रिटर्न करने के लिए। हर खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा अच्छा करके दिखाना चाहता है ताकि उनको अंतरराष्ट्रीय कोच से वाह-वाही मिल सके। जब भी कोई खिलाड़ी बॉल ठीक से वापस करता है तो उनको शाबासी मिलती है, लेकिन जैसे ही कोई बॉल गलत होती है, तो कोच थोड़े नाराज हो जाते हैं और बताते हैं कि ऐसे नहीं ऐसे बॉल वापस करने से बॉल सही जाएगी। कोच के इशारे पर खिलाड़ी टॉप स्पिन भी मार रहे हैं। जब अख्तर अली एक खिलाड़ी से लगातार बॉल खेलने के लिए कहते हैं और लंबी रैली चल जाती है तो स्थानीय कोच भी हैरान हो जाते हैं कि कैसे खिलाड़ी इतनी आसानी से अख्तर अली की बात मान रहे हैं। स्थानीय कोच इसलिए हैरान हंै कि किसी खिलाड़ी को लगातार १० बार बॉल रिटर्न करने के लिए कहते हैं तो वे करते नहीं हंै। लेकिन अख्तर अली के कहने पर खिलाड़ी १० क्या २० से ३० बार बॉल रिटर्न कर रहे हैं और वो भी एक ही एंगल से। खिलाडिय़ों को तो ऐसा करने में मजा आ रहा है।
एक तरफ किशोर और युवा खिलाडिय़ों में भी उतनी फूर्ती नजर नहीं आ रही है जितनी ७२ साल के अख्तर अली में नजर आ रही है। किसी खिलाड़ी ने गलती की नहीं कि वे उनको हटाकर बताने लगते हैं कि किस तरह से बॉल को वापस करना है, या किस तरह से टॉप स्पिन करनी है। वे बैक हैंड, फोरहैंड से लेकर हर तरह की तकनीक खिलाडिय़ों को बता रहे हैं कि अगर आप बैक हैंड शाट्स मार रहे हैं तो आपको बॉल का स्तर कितना ऊंचा रखना है जिससे बॉल सही तरीके से नेट के दूसरी तरफ जा सके। अख्तर अली की फूर्ती देखकर खिलाडिय़ों के साथ स्थानीय कोच भी हैरान है।
कोच भी ले रहे हैं प्रशिक्षण
खिलाडिय़ों के साथ-साथ जूनियर खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने वाले स्थानीय प्रशिक्षक अभिजीत तिवारी, प्रतीक बख्शी, रोइन सेंटियागो, हेनरी सेंटियागो, रौशनी सिंह और रूपेन्द्र चौहान भी अख्तर अली से प्रशिक्षण ले रहे हैं। खिलाडिय़ों के साथ प्रशिक्षक भी इस बात से बहुत खुश हैं कि उनके बीच एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और अंतरराष्ट्रीय कोच हैं जो न सिर्फ खुद डेविस कप टीम से खेले हैं, बल्कि डेविस कप टीम के कोच भी रहे हैं। आज भारत में जितने भी स्टार खिलाड़ी खिलाड़ी हैं, लिएंडर पेस ले लेकर सानिया मिर्जा, सोमदेव बर्मन सभी ने कहीं ने कहीं अख्तर अली से टेनिस के गुर सीखे हैं।

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