शालेय खेलों में प्रदेश में होने वाली राष्ट्रीय रोप स्कीपिंग के लिए खिलाडिय़ों का टोटा है। इस खेल से ही मिलते-जुलते खेल जंप रोप में खिलाडिय़ों का अंबार है। लेकिन इस खेल की मेजबानी लेने की बजाए शिक्षा विभाग ने रोप स्कीपिंग की मेजबानी ले ली है। राजधानी में १० नवंबर से होने वाले राज्य शालेय खेलों में इन दोनों खेलों की स्पर्धाएं होने वाली हैं। इस स्पर्धा में जहां जंप रोप के पूरे खिलाड़ी शामिल होने की तैयारी में हैं, वहीं रोप स्कीपिंग में महज दो ही जिलों के खिलाडिय़ों के आने की संभावना है।
राजधानी रायपुर में १० नवंबर से राज्य शालेय खेलों का जो मेला लगने वाला है, उसमें जंप रोप के साथ रोप स्कीपिंग के भी मुकाबले होंगे। यहां पर जंप रोप में शामिल होने के लिए खिलाड़ी बहुत उत्सुक हैं क्योंकि एक तो पहली बार राज्य स्पर्धा का आयोजन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पहल पर हो रहा है। प्रदेश जंप रोप संघ ने इस खेल को स्कूली खेलों में शामिल करवाने के लिए बहुत मेहनत की है। संघ ने जहां शिक्षा मंत्री को ज्ञापन दिया था, वहीं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दरबार में भी इसकी अर्जी लगाई थी। इसका फायदा मिला और अब यह खेल स्कूली खेलों में शामिल हो गया है।
इस खेल में प्रदेश खिलाडिय़ों की कमी नहीं है। खेल शिक्षक और प्रदेश संघ के सचिव अखिलेश दुबे पूछने पर बताते हैं कि इस समय स्कूली वर्ग में अंडर १४, १७ और १९ साल में २४-२४ खिलाड़ी हैं। इन खिलाडिय़ों में ज्यादातर खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं और पदक जीत रहे हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि इस खेल के प्रदेश में २०० से ज्यादा स्कूली खिलाड़ी हैं। उन्होंने बताया कि यह खेल रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कोरबा में ही नहीं बल्कि बस्तर और जशपुर जैसे आदिवासी क्षेत्रों में भी खेला जा रहा है और वहां भी बहुत खिलाड़ी हैं। उन्होंने बताया कि इसी माह गोवा में खेली गई राष्ट्रीय जूनियर स्पर्धा में प्रदेश के खिलाडिय़ों ने ४ स्वर्ण, ४ रजत के साथ ८ कांस्य पदक जीते हैं। अब तक प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर प ७० से ज्यादा पदक जूीत चुके हैं। उनका कहना है कि स्कूली राष्ट्रीय स्पर्धा जब दिल्ली में होगी तो वहां से भी हमारे खिलाड़ी पदक लेकर आएंगे। उनको इस बात का अफसोस है कि इस खेल की राष्ट्रीय शालेय स्पर्धा का आयोजन छत्तीसगढ़ में नहीं किया गया। वे कहते हैं कि अगर जंप रोप की राष्ट्रीय स्पर्धा यहां होती तो सबसे ज्यादा पदक छत्तीसगढ़ को मिलते। यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि इस बात की जानकारी होने पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने नाराजगी भी जताई थी कि क्यों इस खेल की मेजबानी नहीं ली गई। बाद में ऐसे प्रयास भी हुए लेकिन सफलता नहीं मिली।
एक तरफ जहां जंप रोप में प्रदेश में खिलाडिय़ों का अंबार है, वहीं जिस रोप स्कीपिंग की प्रदेश के शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय स्पर्धा की मेजबानी ली है, उस खेल के महज रायपुर और बिलासपुर में ही खिलाड़ी हैं। इस खेल के प्रति तो शिक्षा विभाग गंभीर भी नहीं है कि जब इस खेल का आयोजन छत्तीसगढ़ में किया जा रहा है तो इसमें पदक मिल सके। जब इस खेल का एक प्रशिक्षण शिविर विद्या भारती ने बिलासपुर के बाद रायपुर में अंतरराष्र्टीय खिलाड़ी और प्रशिक्षक को बुलाकार लगाया था, तब शिक्षा विभाग ने आमंत्रण के बाद भी किसी खेल शिक्षक को इसमें नहीं भेजा था।
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