बुधवार, 7 अक्तूबर 2009

सानिया ने बढ़ाया टेनिस का क्रेज

भारत में लॉन टेनिस का क्रेज सानिया मिर्जा के कारण बढ़ा है। जब से सानिया को सफलता मिलने लगी है कि देश में बालिका खिलाडिय़ों का रुझान इसमें ज्यादा हुआ है। वैसे तो मैं सानिया को नहीं बल्कि रोजर फेडरर को अपना आर्दश मानती हूं, लेकिन सानिया की सफलता से इंकार नहीं किया जा सकता है।

ये बातें यहां पर चर्चा करते हुए बंगाल की जूनियर राष्ट्रीय खिलाड़ी अदरीता बनर्जी से कही। वह यहां पर अखिल भारतीय चैंपियनशिप में खेलने आई हैं। उनको यहां पर अंडर १४ साल में शीर्ष वरीयता दी गई है। वह पूछने पर कहती हैं कि यह बात ठीक है कि भारत में सानिया मिर्जा के कारण बालिका खिलाडिय़ों में लॉन टेनिस का क्रेज बढ़ा है। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल में एक खिलाड़ी को सफलता मिलती है तो उस खेल में क्रेज बढ़ता ही है। बकौल अदरीता जब टेनिस में लिएंडर पेस और महेश भूपति को सफलता मिलनी प्रारंभ हुई थी तो लड़कों में टेनिस के प्रति दीनावगी आई थी, आज भी यह दीवानगी कायम है। वह पूछने पर कहती हैं कि भारत के सोमदेव बर्मन भी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा खेल रहे हैं।


महिला खिलाडिय़ों में मारिया शारापोवा से प्रभावित यह छोटी सी खिलाड़ी कहती हैं कि उनकी मंजिल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रौशन करना है। वह बताती हैं कि बंगाल में टेनिस का बहुत ज्यादा क्रेज है और वहां पर अच्छे प्रशिक्षकों की कमी नहीं है। इसके बाद भी उनको एक बार पूणे में विशेष प्रशिक्षण लेने का अवसर मिला है। ८वीं क्लास में पढऩे वाली यह खिलाड़ी कहती हैं कि पढ़ाई थोड़ी बहुत तो प्रभावित होती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आप में अगर प्रतिभा है तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि उनको यहां की स्पर्धा में पहली वरीयता मिली है तो वह खिताब जीतने का पूरा प्रयास करेंगी। वह बताती हैं कि उनको यहां पर जितनी भी खिलाडिय़ों से खेलना है, उनके लिए सभी नई हैं और पहली बार मुकाबला होगा। उन्होंने बताया कि वैसे तो वह अखिल भारतीय स्पर्धा कई खेल चुकी हैं, वह राष्ट्रीय स्पर्धाएं दो ही खेली हैं, पहली में उनको प्री क्वार्टर फाइनल तक खेलने का मौका मिला तो दूसरी में वह दूसरे चक्र में हार गईं।

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