जिला पाइका में पांच खेलों के मुकाबलों में रायपुर जिले के १५ विकासखंडों के १००० खिलाड़ी मुकाबलों के लिए राजधानी के मैदानों में शुक्रवार से उतरेंगे। विजेता टीमों को पुरस्कार भी दिए जाएंगे। पहले चरण के बाद दूसरे चरण के मुकाबले होंगे और फिर ओवरआल चैंपियनशिप का फैसला किया जाएगा। विजेता टीम को ५० हजार का नकद इनाम दिया जाएगा। स्पर्धा में शामिल होने के लिए कई विकासखंडों के खिलाड़ी पहुंच चुके हैं। उद्घाटन समारोह सुबह को ११ बजे नेताजी स्टेडियम में होगा।
खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा केन्द्र सरकार की योजना पाइका में पूरे प्रदेश भर में १० खेलों का आयोजन किया रहा है। हर जिले में १० खेलों का आयोजन होना है। जिलों से पहले विकासखंड स्तर पर पांच खेलों का आयोजन किया गया है। राजधानी रायपुर के वरिष्ठ खेल अधिकारी राजेन्द्र डेकाटे ने बताया कि जिले से सभी १५ विकासखंडों में आयोजन हो चुके हैं और सभी विकासखंडों के खिलाड़ी पहले चरण के आयोजन में शामिल होने के लिए रायपुर आ रहे हैं। कई विकासखंडों की टीमें आ चुकी हैं जो ेटीमें बचीं हंै वो सब सुबह तक आ जाएगीं। सुबह को ११ बजे होने वाले उद्घाटन समारोह के मुख्यअतिथि शिक्षा मंत्री बजृमोहन अग्रवाल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक बजाज करेंगे। विशेष अतिथि खेल संचालक जीपी सिंह होंगे।
पांच खेलों में होंगे मुकाबले
स्पर्धा में पांच खेलों वालीबॉल, कबड्डी, खो-खो, हॉकी और तीरंदाजी में मुकाबले होंगे। एक विकासखंड से कम से कम ८० खिलाड़ी आएंगे। वालीबॉल के मुकाबले मलेरिया मैदान में और बाकी खेलों के मुकाबले नेताजी स्टेडियम में होंगे। श्री डेकाटे ने बताया कि इस प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण में एथलेटिक्स, सायकिलिंग, फुटबॉल, कुश्ती और भारोत्तोलन के मुकाबले होंगे। इन दोनों आयोजनों के बाद ओवरआल चैंपियनशिप का फैसला किया जाएगा। इसमें पहले स्थान पर रहने वाली टीम को ५० हजार, दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को ३० हजार और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को १० हजार का नकद इनाम दिया जाएगा।
महिला खेल भी साथ में
जिला पाइका खेलों के साथ महिला खेलों का भी आयोजन किया जा रहा है। इन खेलों को इसके साथ इसलिए जोड़ी गया है क्योंकि दो लाख का जो बजट जिला खेलों के लिए दिया गया है, उसमें आयोजन होना संभव नहीं लग रहा था। जिला खेलों के दो चरणों के आयोजन में खाने का ही बजट करीब ढाई लाख हो रहा था। ऐसे में दो लाख के बजट में आयोजन कैसे होता। इसलिए महिला खेलों को भी साथ में जोडऩे के कारण इसका भी एक लाख ८० हजार का बजट मिल गया अब ३ लाख ८० हजार के बजट में दो चरणों में आयोजन पूरा करना है। इतने बजट में भी आयोजन होना आसान नजर आ रहा है। पूर्व में पहले चरण का आयोजन बलौदाबाजार में होना था, लेकिन अचानक राजधानी में आयोजन करना पड़ा है। राजधानी में आयोजन होने से बजट में भी फर्क पड़ा है। बजट में इजाफा हो गया है।
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