शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2009

पदक जीतने की तैयारी में जुटे तीरंदाज


राष्ट्रीय जूनियर तीरंदाजी एक से राजधानी में


प्रदेश की राजधानी रायपुर के स्पोट्र्स काम्पलेक्स के मैदान में प्रदेश के तीरंदाज पदक जीतने की तैयारी में जुट गए हैं। यहां पर एक नवंबर से राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है जिसमें देश के सभी राज्यों के साथ कई संस्थानों की ३८ टीमें शामिल होंगी।


प्रदेश तीरंदाजी संघ ने रायपुर में १ से ४ नवंबर तक राष्ट्रीय जूनियर तीरंदाजी का आयोजन किया है। इस स्पर्धा में शामिल होने के लिए प्रदेश के तीरंदाज राजाधानी आ गए हैं और गुरुवार से स्पोट्र्स काम्पलेक्स के मैदान में अभ्यास भी प्रारंभ कर दिया है। इस अभ्यास और चयन ट्रायल से ही प्रदेश की अंतिम टीम का चयन किया जाएगा जो राष्ट्रीय स्पर्धा में शामिल होगी।


स्पर्धा के बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश संघ के अध्यक्ष एवं सांसद रमेश बैस के साथ महासचिव कैलाश मुरारका ने बताया कि स्पर्धा का विधिवत उद्घाटन तो २ नवंबर को सुबह १० बजे राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल करेंगे। विशेष अतिथि भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव परेश नाथ मुखर्जी और धरसीवां के विधायक देवजी पटेल होंगे। इसके पहले एक नवंबर को देश भर से आए तीरंदाजों का अभ्यास सत्र होगा। इसी के साथ उनके तीर और कमानों की जांच भी होगी। स्पर्धा में राज्यों के साथ कई संस्थानों की टीमें भी शामिल होंगी। कुल ३८ टीमों के बीच टीम मुकाबलों के साथ व्यक्तिगत मुकाबले होंगे। मुकाबले तीन वर्गों इंडियन राउंड, रीकब और कंपाउँड वर्ग में होंगे। इन वर्गों में ३०, ४०, ५०, ६०, ७०, ८० और ९० मीटर के मुकाबले होंगे। खिलाड़ी, कोच, मैनेजर और अधिकारी मिलाकर करीब एक हजार लोग यहां जुटेंगे।


दो और तीन नवंबर को होने वाले मुकाबलों का पुरस्कार वितरण तीन नवंबर की शाम को ४ बजे होगा। इस कार्यक्रम के मुख्यअतिथि विधानसभा अध्यक्ष धर्म कौशिक होंगे। विशेष अतिथि के रूप में कृषि मंत्री चन्द्रशेखर साहू, वन मंत्री विक्रम उसेंडी, रायपुर ग्रामीण के विधायक नंद कुमार साहू के साथ तथा भाजपा के प्रदेश मंत्री छगन मुदंड़ा होंगे। चार नवंबर को होने वाले समापन समारोह के मुख्यअतिथ प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह होंगे। विशेष अतिथि खेल मंत्री लता उसेंडी, महापौर सुनील सोनी और जिला पंचायत के अध्यक्ष अशोक बजाज होंगे।


श्री बैस ने बताया कि इस चैंपियनशिप को भी पहले की तरह यादगर बनाने के लिए प्रयास किया जाएगा। इसके पूर्व यहां पर २००६-०७ में राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन सांइस कॉलेज के मैदान में किया गया था। तब भी यहां पर पूर्व ओलंपियन लिम्बाराम आए थे। इस बार जहां लिम्बाराम फिर से आ रहे हैं, वहीं भारतीय टीम को संवारने वाले कोरियन कोच ली वांग भी आ रहे हैं। इसी के साथ मित्तल की तीरंदाजी अकादमी के कोच सुमेशचन्द्र राय भी आ रहे हैं। इन अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षकों से भी छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा।

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