प्रदेश नेटबॉल संघ ने अपने खिलाडिय़ों पर लगाम कसते हुए अब ओवरएज खिलाडिय़ों पर कार्रवाई करने का फैसला किया है। नेटबॉल संघ ही ऐसा संघ है जिसने तीन साल पहले जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में पांच राज्यों की टीमों को ओवरएज खिलाडिय़ों के कारण स्पर्धा से ही बाहर कर दिया था। वैसे छत्तीसगढ़ में अब तक नेटबॉल में ओवरएज खिलाडिय़ों का मामला सामने नहीं आया है, पर फिर भी संघ ने सावधानी बरतते हुए ऐसा फैसला किया है।
प्रदेश नेटबॉल संघ के सचिव संजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश संघ की बैठक में सबसे अहम फैसला यह किया गया है कि अगर किसी भी जिले से कोई खिलाड़ी ओवरएज पाया जाता है तो उस खिलाड़ी के साथ उस जिले के संघ पर भी कार्रवाई की जाएगी। श्री शर्मा ने पूछने पर बताया कि वैसे तो अब तक नेटबॉल में किसी भी खिलाड़ी के ओवरएज होने का मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सावधानीवश ऐसा फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि जब देश के कई राज्यों में ओवरएज खिलाड़ी खेल पर रहे हैं तो ऐसे में संभव है कि अपने राज्य में खिलाड़ी ऐसा करें। यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि प्रदेश में नेटबॉल में न सही और कई खेलों में ओवरएज खिलाडिय़ों के मामले यदा-कदा सामने आते रहे हैं। नेटबॉल में यहां पर तब ओवरएज खिलाडिय़ों का मामला सामने आया था जब २००६-०७ में रायपुर में राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। इस समय कुछ राज्यों के खिलाडिय़ों के ओवरएज होने की शिकायत होने पर खिलाडिय़ों की मेडिकल जांच की गई और हरियाणा, पंजाब, आन्ध्र प्रदेश सहित पांच राज्यों की टीमों में ओवरएज खिलाड़ी पाए जाने पर इन टीमों को बाहर कर दिया गया था। तब देश में इस तरह का यह पहला फैसला हुआ था कि किसी राष्ट्रीय स्पर्धा से पांच राज्यों की टीमों को ओवरएज खिलाडिय़ों के कारण बाहर किया गया था। ऐसे में बाहर किए गए राज्यों की टीमों के खिलाडिय़ों ने भारी हंगामा भी किया था, लेकिन छत्तीसगढ़ नेटबॉल संघ इस मामले में कड़ाई से पीछे नहीं हटा था।
बहरहाल अब छत्तीसगढ़ नेटबॉल संघ ने अपने राज्य के खिलाडिय़ों के लिए भी कड़ाई करने का फैसला किया है। श्री शर्मा ने बताया कि सामान्य सभा की बैठक में रायपुर जिला रायपुर कारपोरेशन, राजनांदगांव बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर, रायगढ़, महासमुंद व बस्तर कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे। बैठक संघ के अध्यक्ष विधान मिश्रा पूर्व मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित की गई । बैठक में आगामी माह आयोजित होने वाली सब जूनियर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के संबंध में चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त नेटबॉल को राज्य में बढ़ावा देने हेतु जिला इकाईयों को क्लब कल्चर को बढ़ावा देने पर विचार किया गया । इससे प्रत्येक जिलों में विकास खण्ड में नेटबॉल को बढ़ावा मिलेगा और विकास खण्ड स्तर पर नेटबॉल शुरू हो सकेगा। ऐसे जिले जहां नेटबॉल शुरू नहीं हुआ वहां पर नेटबाल के प्रचार-प्रसार हेतु प्रयास करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में निर्णायक कमेटी, तकनीकी कमेटी, अनुशासन कमेटी, चयन समिति, के संबंध में आम सहमति से स्वीकृति प्रदान किया गया । इसके साथ ही प्रत्येक जिले में कम से कम २ ब्लाक एवं ३ क्लब बनाने का निर्णय तथा निर्देश जिला संघ को दिया गया । सीनयर जूनियर और सब जूनियर के प्रतियोगिता के आयोजन के लिए मई से जुलाई के मध्य में कराये जाने का निर्णय लिया गया । राष्टीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले नेटबॉल टीम के सभी सदस्यों का बीमा कराकर टीम भेजने का निर्णय लिया गया । बैठक के अंत में सचिव संजय श्र्मा ने आभार प्रदर्शन किया तथा कामनवेल्थ गेम के प्रशिक्षण शिविर में शामिल खिलाड़ी प्रीति बंछोर एवं नेहा बजाज को सभी ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी । इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष विधान मिश्रा, संजय शर्मा सचिव, सुधीर वर्मा, उपाध्यक्ष, रमेश राव प्रवीण निछारिया नेशनल रेफरी विनय पालिवाल जांजगीर, पियूष पाण्डे कोरबा, आनंद बिलासपुर, शिपेन्द्र पाण्डे रायगढ़ एवं राष्टीय खिलाड़ी पिताम्बर, एश्वर्या पाठक, अंकित पाठक, अमर पिल्ले एवं अन्य जिले के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
1 टिप्पणी:
ओवर एज खिलाडियों के लिए कुछ अलग किया जाना चाहिए, जिससे की उनका सम्मान भी बना रहे, क्यूंकि हमें उनका मार्गदर्शन तो चाहिए ही न
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