छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ में उठे विवाद के बीच अचानक प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को संघ का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। इसके लिए प्रदेश के मान्यता प्राप्त ३३ खेल संघों में से ३२ संघों के अध्यक्ष और सचिवों ने एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रदेश को मिली ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के बाद अचानक ओलंपिक संघ में विवाद पैदा हो गया है। संघ में रायपुर और भिलाई के संघों के बीच टकराव की स्थिति आ गई है। ऐसे में राष्ट्रीय खेलों पर मंडराते खतरे को देखते हुए प्रदेश के मान्यता प्राप्त ३३ खेल संघों में से ३२ खेल संघों ने एक मत से सहमत होते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनाने का एक प्रस्ताव संघ के सचिव बशीर अहमद खान को लिखित में दिया है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि अब अगले माह या फिर जुलाई में ओलंपिक संघ के होने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को संघ का अध्यक्ष बना दिया जाएगा।
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सामने ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव आज से करीब चार माह पहले तब रखा गया था जब प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों को प्रमाणपत्र बांटने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में ही लॉन टेनिस संघ के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह होरा के साथ वालीबॉल संघ के गजराज पगारिया ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सामने जब ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव रखा था तो मुख्यमंत्री ने डन कहते हुए सहमति दी थी। इसके बाद इस प्रस्ताव पर कोई चर्चा नहीं हो सकी थी। छत्तीसगढ़ को ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले मुख्यमंत्री को प्रदेश के ज्यादातर खेल संघ अध्यक्ष बनाने उसी समय से तैयार बैठे हैं जब से छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय खेलों को मेजबानी मिली है।
ऐसे में ओलंपिक संघ में उठे विवाद के बाद ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त ३३ खेल संघों में से ३२ खेल संघों जिसमें एमेच्योर मुक्केबाजी संघ, तैराकी संघ, हैंडबॉल, प्रदेश फेंसिंग संघ, जूडो, एथलेटिक्स, कयाकिंग-कैनोइंग, बिलियड्र्स-स्नूकर, लॉन बालिंग, सायक्लिंग, फुटबॉल, लॉन टेनिस, जिम्नास्टिक, कबड्डी, रायफल शूटिंग, रोविंग, स्क्वैश, ताइक्वांडो, वालीबॉल, वेटलिफ्टिंग, बास्केटबॉल, कुश्ती, बैडमिंटन, विंटर गेम्स, वुशू, थ्रेथलान, खो-खो, हॉकी, रग्बी, इक्वेस्ट्रियन, तीरंदाजी एवं नेटबॉल संघ शामि हैं। इन सभी संघों ने लिखित में मुख्यमंत्री को अध्यक्ष बनाने पर सहमति जताई है।
प्रदेश संघ के बशीर अहमद खान ने कहा कि वैसे तो पूर्व में मुख्यमंत्री से बात की जा चुकी है, अब एक बार फिर से जून या जुलाई में होने वाले चुनाव से पहले उनसे सहमति लेकर उनको निर्विरोध संघ का अध्यक्ष बनाया जाएगा।
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