गुरुवार, 13 मई 2010

छत्तीसगढ़ की मेजबानी में होने वाले राष्ट्रीय खेलों को बनाए लक्ष्य: लता


असम के राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ को स्वर्ण पदक दिलाकर नेटबॉल के खिलाडिय़ों ने राज्य का मान बढ़ाया था। अब जबकि ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी छत्तीसगढ़ को मिली है तो खिलाडिय़ों को अपना सारा ध्यान पदक जीतने पर लगाने की जरूरत है। यह बात नेटबॉल के साथ हर खेल के खिलाडिय़ों के लिए है।
ये बातें आज यहां पर राज्य नेटबॉल स्पर्धा के उद्घाटन अवसर पर खेलमंत्री लता उसेंडी ने कहीं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि आज नेटबॉल के खिलाडिय़ों ने राज्य का मान देश के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि कामनवेल्थ की बैटन रिले में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी नेटबॉल के रहेंगे इसका उनको भरोसा है। खेलमंत्री ने खिलाडिय़ों ने आव्हान करते हुए कहा कि खिलाडिय़ों को अब अपना पूरा ध्यान छत्तीसगढ़ में तीन साल बाद होने वाले राष्ट्रीय खेलों पर लगाने की जरूरत है। इसमें स्वर्ण जीतने के लिए अभी से मेहनत करें। खिलाडिय़ों को जिस भी तरह की सुविधाओं की जरूरत होगी, हम देने तैयार हैं।
स्थाई मैदान जल्द मिलेगा
खेलमंत्री ने कहा कि उनके सामने नेटबॉल के लिए स्थाई मैदान की बात आई है। उन्होंने कहा कि यहां पर पूर्व महापौर सुनील सोनी भी बैठे हैं, उनके कार्यकाल में नेटबॉल के लिए मैदान के लिए जो जगह दी गई थी उसको उन्होंने खिलाडिय़ों को दिलाने का वादा किया है। इसके पहले सुनील सोनी ने कहा भी कि उनके कार्यकाल में जो मैदान दिया गया था उसको वे दिलवाने का प्रयास करेंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले साल नेटबॉल के कार्यक्रम में ही यह कहा था कि २०१० का साल खिलाडिय़ों के लिए मैदानों की सौगात वाला होगा। पिछले साल आउटडोर स्टेडियम दिया गया, अब जल्द ही इंडोर स्टेडियम भी दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को हम मैदान देने में कमी नहीं कर रहे हैं। अब खिलाडिय़ों को अपना सारा ध्यान पदक जीतने पर लगाने की जरूरत है।
सीनियर वर्ग तक खेलें
खेल संचालक जीपी सिंह ने इस अवसर पर कहा कि खेल विभाग का सब जूनियर वर्ग की स्पर्धाओं को करवाने का मकसद यह है कि विभाग इस स्तर से ही खिलाडिय़ों को तैयार करने का काम करना चाहता है, लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि खिलाड़ी सीनियर वर्ग में आते-आते गायब हो जाते हंै। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को लक्ष्य लेकर चलना चाहिए कि उनको सीनियर वर्ग तक खेलना है। उन्होंने नेटबॉल खिलाडिय़ों की तारीफ करते हुए कहा कि काफी समय में इस खेल ने राज्य का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया है। राज्य के खेल पुरस्कार पाने वालों में भी ज्यादा खिलाड़ी इस खेल के रहते हैं।
मैदान दें, पदक लें
इसके पहले नेटबॉल संघ के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री विधानमंत्री के साथ संघ के सचिव संजय शर्मा ने एक स्वर में कहा कि हमारे खिलाडिय़ों को एक स्थाई मैदान दें तो हम पदकों की ङाड़़ी लगा देंगे। श्री शर्मा ने कहा कि हमारे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर सब जूनियर वर्ग के साथ जूनियर, यूथ और सीनियर वर्ग में लगातार पदक जीत रहे हैं। उन्होंने वादा किया कि मैदान मिलने के बाद असम के राष्ट्रीय खेलों की तरह हर राष्ट्रीय खेल में हमारे खिलाड़ी पदक जीतकर लाएंगे।
८ टीमों में होगा मुकाबला
सब जूनियर वर्ग की इस स्पर्धा में ८ टीमों के बीच बालक और बालिका वर्ग का मुकाबला होगा। खेलने वाली टीमों में मेजबान रायपुर के साथ राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर और भाटापारा की टीमें शामिल हैं। गर्मी को देखते हुए मुकाबले सुबह के सत्र के साथ शाम को फ्लड लाइट में होंगे। फाइनल मुकाबले १४ मई को होंगे।

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