रविवार, 23 मई 2010

नेहरू युवा केन्द्र छत्तीसगढ़ के ८ और जिलों में

छत्तीसगढ़ में नेहरू युवा केन्द्र को आठ और जिलों में प्रारंभ किया जा रहा है। इन जिलों में केन्द्र खुलने से छत्तीसगढ़ में खेलों की गतिविधियों में और तेजी आएगी। एनवाईके के युवा कार्यकर्ता केन्द्र सरकार की पायका योजना में भी खेल विभाग की मदद करेंगे।
ये बातें यहां पर नेहरू युवा केन्द्र के साथ कई विभागों के सचिवों की बैठक में केन्द्रीय खेल सचिव एके उपाध्याय ने कहीं। उन्होंने बैठक में बताया कि केन्द्र सरकार ने देश के १२२ जिलों में नेहरू युवा केन्द्र खोलने की मंजूरी दी है। इन जिलों में छत्तीसगढ़ के ८ जिले शामिल हैं। अब तक छत्तीसगढ़ में सिर्फ ८ जिलों में ही केन्द्र हैं। अब तक यहां पर रायपुर के साथ दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, कांकेर, रायगढ़, सरगुजा और जांजगीर-चांपा में ही केन्द्र थे। इन केन्द्रों से ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में गतिविधियोंं का संचालन होता था। ऐसे में बहुत परेशानी होती थी। लगातार मांग के बाद अब केन्द्र ने छत्तीसगढ़ के और आठ जिलों जिनमें दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कवर्धा, धमतरी, महासमुन्द, कोरबा, जशपुर और कोरिया शामिल हैं में केन्द्र खोलने की मंजूरी दी है।
खेल सचिव के सामने बचे दो जिलों में भी केन्द्र खोलने की मांग रखने पर उन्होंने बताया कि अभी तो उन्हीं ८ जिलों को शामिल किया गया है जो मप्र के समय थे और छत्तीसगढ़ बनने के बाद जो मान्य थे। बाद में बने दो जिलों को भी शामिल किया जाएगा, लेकिन इसमें अभी समय लगेगा।
नेशनल यूथ कोर के सदस्य नियुक्त होंगे
जिन नए ८ जिलों को खोलने की मंजूरी दी गई है, उन जिलों में सबसे पहले वहां की गतिविधियों को संचालित करने के लिए नेशनल यूथ कोर के सदस्य नियुक्त किए जाएंगे। नेहरू युवा केन्द्र रायपुर के एक अधिकारी ने बताया कि पहले राष्ट्रीय युवा कर्मी और नेहरू युवा साथी के नाम से युवाओं को जिलों में काम करने के लिए दो-दो साल के लिए नियुक्त किया जाता था, लेकिन अब इन दोनों नामों के स्थान पर नेशनल यूथ कोर नाम दिया गया है। इसी के तहत नए जिलों में युवा कार्यकर्ता नियुक्त किए जाएंगे। हर जिले के लिए १५-१५ कार्यकर्ता नियुक्त होंगे। इनको केन्द्र की तरफ से तय मानदेय दिया जाएगा। पूर्व में यह मानदेय दो हजार पांच सौ रुपए मिलता था।
दूसरे विभाग भी अपना काम लें
बैठक में श्री उपाध्याय ने शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, पंचायत, खेल, श्रम विभाग से आए सचिवों से कहा कि वे अपने विभागों के काम में भी नेशनल यूथ कोर के सदस्यों की मदद लें। इनसे कहा गया कि उनके विभाग के जो काम एनवाईके के लायक हों वो काम उनसे करवाए जाए। एनवाईके अधिकारियों से भी कहा गया कि वे भी ऐसे विभागों से संबंधित कामों की जानकारी उनको दें और उनसे मदद लें।
क्रीड़ाश्री भी बनाएं
केन्द्र सरकार की पायका योजना में खेलों को बढ़ाने के लिए नेशनल यूथ कोर के सदस्यों की मदद लेने की बात भी खेल सचिव ने कहीं। उनको बताया गया कि प्रदेश में इस कोर से जुड़े कई सदस्य क्रीड़ाश्री भी बनाए गए हैं। उन्होंने इस जानकारी के बाद खुश होते हुए कहा कि जितने ज्यादा से ज्यादा जिलों में हो सके कोर के सदस्यों को क्रीड़ाश्री बनाने का काम किया जाए।
पायका से जोडऩे खेल मंत्री ने की थी पहल
एनवाईके कोर के सदस्यों को पायका से जोडऩे की पहल प्रदेश की खेलमंत्री लता उसेंडी ने की थी। उन्होंने नेहरू युवा केन्द्र के साथ अन्य विभागों की बैठक ली थी और पायका में सभी से मदद करने कहा था। इसमें खासकर एनवाईके कोर के सदस्यों को क्रीड़ाश्री बनाने पर जोर दिया गया था, इसके बाद से ही कोर के सदस्यों को क्रीड़ाश्री बनाने का काम किया गया। बैठक में केन्द्र के खेल सचिव एके उपाध्याय के साथ उपसचिव एवं नेहरू युवा केन्द्र के महानिदेशक श्री शैलेश, प्रदेश के मुख्य सचिव पी. जॉय उमेन के साथ प्रदेश नेहरू केन्द्र के संचालक अनिल कौशिक, उपसंचालक उपेन्द्र ठाकुर, प्रदेश के खेल सचिव सुब्रत साहू, खेल संचालक जीपी सिंह, कृषि सचिव डीएस मिश्रा, पंचायत सचिव एस. मिंज, शिक्षा सचिव नंद कुमार, स्वास्थ्य सचिव विकास शील, श्रम सचिव विवेक ढांड उपस्थित थे।

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