शनिवार, 29 मई 2010

नौकरी कब मिलेगी सरकार

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दरबार में राज्य के करीब एक दर्जन उत्कृष्ट खिलाड़ी पहुंचे और उनसे कहा कि उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित होने के चार माह बाद भी वे लोग भटक रहे हैं और उनको नौकरी नहीं दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों की व्यथा सुनने के बाद खेल सचिव से इस दिशा में तत्काल कार्रवाई करने कहा है। राज्य सरकार ने ्रराज्य के ७० खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करके उनको नौकरी के लिए पात्र माना है।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद पहली बार भाजपा सरकार की पहल पर राज्य के खिलाडिय़ों को नौकरी देने की पहल करते हुए उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने का नियम बनाया गया। इस नियम के बनने के काफी लंबे समय बाद अंतत: पिछले साल राज्य के ७० खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया गया और इन खिलाडिय़ों को इस साल के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों ही उत्कृष्ट खिलाड़ी होने के प्रमाणपत्र दिलवाए गए। प्रमाणपत्र मिलने के बाद खिलाडिय़ों को लगा था कि अब उनकी बेरोजगारी के दिन गए और उनके हाथ में अब जल्द ही नौकरी होगी। लेकिन खिलाडिय़ों को यह भ्रम टूट गया है। प्रमाणपत्र मिलने के करीब चार माह बाद भी खिलाड़ी नौकरी के लिए भटक रहे हैं। खिलाड़ी हर रोज खेल विभाग के साथ मीडिया में पत्रकारों को फोन करके पूछते हैं आखिर उनको नौकरी कब मिलेगी। कई बार खिलाडिय़ों की व्यथा को प्रकाशित किया जा चुका है, पर खिलाडिय़ों का भला नहीं हो रहा है।
इस बारे में खेल संचालक जीपी सिंह पहले ही बता चुके हैं कि सामान्य प्रशासन में खिलाडिय़ों को नौकरी देने के नियम अंतिम चरण में हंै। लेकिन इस बात को भी एक माह से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन नियमों का अब तक अता-पता नहीं है। ऐेसे में हताश खिलाडिय़ों ने अंतत: राज्य के मुखिया मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दरबार में जाकर फरियाद करने का फैसला किया।
मुख्यमंत्री के दरबार में रीना साहू, इशरत जहां, सुनीता टोपो, डी. राजु, विनिता, इम्तियाद, इशरत अंजुम, साइमा अंजुम सहित करीब एक दर्जन खिलाड़ी गए और उनके सामने अपनी व्यथा रखी। खेल और खिलाडिय़ों के प्रति हमेशा अच्छा सोचने वाले मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों से विस्तार से बात की और उनको आश्वासन दिया कि राज्य के खिलाडिय़ों को सरकार जल्द ही नौकरी देने का काम करेगी। मुख्यमंत्री ने इसके लिए राज्य के खेल सचिव को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के आश्वासन के बाद खिलाडिय़ों में इस बात को लेकर उत्साह है कि उनका अब नौकरी जल्द मिल जाएगी। खिलाड़ी कहते हैं कि सामान्य प्रशासन को नियमों को जारी करने में विलंब नहीं करना चाहिए।

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