बालाजी स्कूल में चल रहे ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में एक तरफ जहां खिलाड़ी खेल की बारीकियां सीख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सब जूनियर राज्य चैंपियनशिप में पदक जीतने की तैयारी भी चल रही है। एक बार फिर से रायपुर वापस आईं एनआईएस कोच श्रीमती नरेन्द्र कम्बोज खिलाडिय़ों को पदक जीतने के लिए तैयार कर रही हैं।
बालाजी स्कूल में इस समय करीब दो दर्जन खिलाड़ी जूडो के गुर सीखने में लगे हैं। सुबह के साथ शाम के सत्र में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में १० साल से लेकर २० साल के बालक बालिका खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं। इन खिलाडिय़ों को जूडो के दांव-पेंच सीखाने का काम एनआईएस कोच श्रीमती नरेन्द्र कम्बोज कर रही हैं। उनका हाल ही में वापस रायपुर तबादला हुआ है। भारतीय खेल प्राधिकरण की यह कोच काफी समय तक रायपुर में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देती रही हैं। इनसे प्रशिक्षण लेने वाले कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतते रहे हैं। इनका करीब दो साल पहले भोपाल तबादला कर दिया गया था। इनके जाने के बाद जूडो में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने के लिए कोई भी एनआईएस कोच नहीं था। लगातार मांग करने के बाद अंतत: श्रीमती कम्बोज का वापस तबादला किया गया है।
वापस आने के बाद उन्होंने यहां पर पहला प्रशिक्षण शिविर बालाजी स्कूल में लगाया है। पूर्व में भी जूडो का मुख्य प्रशिक्षण सेंटर बालाजी स्कूल में ही रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर के बारे में बताया कि शिविर में इस समय करीब दो दर्जन खिलाड़ी आ रहे हैं। इन खिलाडिय़ों में से करीब २० खिलाड़ी नए हैं। उन्होंने बताया कि नए खिलाडिय़ों में सब जूनियर वर्ग के खिलाडिय़ों को भिलाई में २२ मई से होने वाली सब जूनियर चैंपियनशिप में पदक जीतने के लिए तैयार किया जा रहा है। इस चैंपियनशिप में रायपुर की टीम से दो बालक और दो बालिका खिलाड़ी शामिल होंगी।
बालाजी स्कूल में इस समय करीब दो दर्जन खिलाड़ी जूडो के गुर सीखने में लगे हैं। सुबह के साथ शाम के सत्र में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में १० साल से लेकर २० साल के बालक बालिका खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं। इन खिलाडिय़ों को जूडो के दांव-पेंच सीखाने का काम एनआईएस कोच श्रीमती नरेन्द्र कम्बोज कर रही हैं। उनका हाल ही में वापस रायपुर तबादला हुआ है। भारतीय खेल प्राधिकरण की यह कोच काफी समय तक रायपुर में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देती रही हैं। इनसे प्रशिक्षण लेने वाले कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतते रहे हैं। इनका करीब दो साल पहले भोपाल तबादला कर दिया गया था। इनके जाने के बाद जूडो में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने के लिए कोई भी एनआईएस कोच नहीं था। लगातार मांग करने के बाद अंतत: श्रीमती कम्बोज का वापस तबादला किया गया है।
वापस आने के बाद उन्होंने यहां पर पहला प्रशिक्षण शिविर बालाजी स्कूल में लगाया है। पूर्व में भी जूडो का मुख्य प्रशिक्षण सेंटर बालाजी स्कूल में ही रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर के बारे में बताया कि शिविर में इस समय करीब दो दर्जन खिलाड़ी आ रहे हैं। इन खिलाडिय़ों में से करीब २० खिलाड़ी नए हैं। उन्होंने बताया कि नए खिलाडिय़ों में सब जूनियर वर्ग के खिलाडिय़ों को भिलाई में २२ मई से होने वाली सब जूनियर चैंपियनशिप में पदक जीतने के लिए तैयार किया जा रहा है। इस चैंपियनशिप में रायपुर की टीम से दो बालक और दो बालिका खिलाड़ी शामिल होंगी।
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