छत्तीसगढ़ के हॉकी के ओलंपियन एयरमेन आर बेस्टियन की पहली पुन्यतिथि पर उनको किसी भी हॉकी खिलाड़ी ने याद नहीं किया और श्रद्धांजलि देना भी जरूरी नहीं समझा । इधर राजधानी की ३४ साल पुरानी शेरा क्रीड़ा समिति ने जरूर उनको याद करते हुए फुटबॉलरों के साथ श्रद्धांजलि दी। पहले शेरा क्लब में हॉकी भी होती थी, पर अब केवल इसमें फुटबॉल होता है, इसके बाद भी क्लब ने अपने ओलंपियन को याद करने का काम किया। क्लब के संस्थापक मुश्ताक अली प्रधान जहां फुटबॉल के अच्छे कोच हैं, वहीं हॉकी के भी कोच हैं। छत्तीसगढ़ में राज्य हॉकी संघ में वे श्री एयरमेन के साथ भी रहे हैं।
१९६० के रोम ओलंपिक में अपनी हॉकी स्टिक का जलवा दिखाने वाले छत्तीसगढ़ के एयरमेन आर बेस्टियन का पिछले साल २३ मई को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था, आज उनकी पहली पुन्यतिथि थी, पर हॉकी संघ के साथ किसी भी हॉकी खिलाड़ी ने उनको याद भी नहीं किया। लेकिन उनके साथ लंबे समय तक काम करने वाले हॉकी के कोच मुश्ताक अली प्रधान जो कि हॉकी से इस समय पूरी तरह से कट हुए हैं, उन्होंने शाम को शेरा क्रीड़ा समिति के फुटबॉल शिविर में शिविर का प्रारंभ करने से पहले अपने साथी एयरमेन को याद करते हुए जहां फुटबॉलरों को उनको बारे में जानकारी दी और उनका बताया कि कैसे इस महान खिलाड़ी ने छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोम ओलंपिक में रौशन किया था, वहीं उनको श्रद्धांजलि भी दी। श्री प्रधान ने बताया कि उनको एयरमेन के साथ लंबे समय तक काम करने का मौका मिला। जब छत्तीसगढ़ में राज्य हॉकी संघ बनाया गया तो उनको सम्मान स्वरूप ही पहला महासचिव बनाया गया था। उस समय मैं कार्यालय सचिव था, पर बाद में हॉकी संघ में विवाद के कारण मैंने उससे किनारा कर लिया और फुटबॉल की तरफ ही ध्यान देने लगा हूं, लेकिन कम से कम मैं तो अपने राज्य के हॉकी के उन महान खिलाड़ी को नहीं भूल सकता हूं। हमारी कामना है कि खुदा उनकी आत्म को जन्नत नसीब करे।
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