सोमवार, 25 मई 2009

छोटे बच्चों में भी नेटबॉल का क्रेज

खेल एवं युवा कल्याण विभाग के नेटबॉल के प्रशिक्षण शिविर में जहां एक तरफ स्कूल-कॉलेज के बड़े खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने के साथ मैच खेलने में लगे हैं, वहीं छोटे बच्चों में भी इस खेल का क्रेज है। केजी वन से लेकर हर क्लास के बच्चे न सिर्फ प्रशिक्षण ले रहे हैं बल्कि इनका कहना है कि वे नियमित रूप से नेटबॉल खेलना चाहते हैं। इन बच्चों को प्रशिक्षण देने का काम राष्ट्रीय खिलाड़ी भावना खंडारे कर रही हैं।

नेटबॉल का प्रशिक्षण शिविर सेंटपाल्स स्कूल में चल रहा है। यहां पर सुबह और शाम के समय में ५० से ज्यादा खिलाड़ी खेल के गुर सीखने आ रहे हैं। प्रशिक्षण लेने वालों में छोटे बच्चे भी शामिल हैं। केजी वन में पढऩे वाले तनिश महंत के साथ नवीश खान, अक्षत, आकांक्षा पांडे, सीमा खान, सानिया खान, नितिका यादव, प्रज्वल दुबे, सिमरन कुरैशी, एलीस पीटर, हफीज हुसैन, परमजीत सिंह, राहुल रावत, तरूण कांती, कमल जाल, देवेन्द्र साहू, शुभम बंसोडे, कृष्णा कुमार, यासिका, शिवा जगत, प्रीति मानिकपुरी, वसीम खान ये सब नए खिलाड़ी हैं। पहली बार नेटबॉल से जुडऩे वाले इन खिलाडिय़ों का कहना है कि वे महज ग्रीष्मकालीन शिविर के कारण नहीं आए हैं बल्कि अब इस खेल को नियमित खेलना चाहते हैं। उनको मालूम है कि सेंटपाल्स स्कूल में नियमित प्रशिक्षण चलता है।


खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने वाली कोच भावना खंडारे बताती हैं कि खिलाडिय़ों को नेटबॉल की बेसिक जानकारी के साथ खेल में किस पोजीशन में कैसे खेलना है इसकी भी पूरी जानकारी दी जा रही है। खिलाडिय़ों को मैच खिलाकर भी बताया जाता है कि किस तरह से खेलना है। उन्होंने बताया कि शिविर में जहां नए खिलाड़ी शामिल हैं, वहीं कई राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनके साथ सरिता यादव और सोनिया क्षत्री भी खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने का काम कर रही हैं। शिविर के लिए खेल का सामान खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने दिया है।

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