शनिवार, 23 मई 2009

बस एक मैदान चाहिए खेलने के लिए

राजधानी की हॉकी खिलाड़ी एक अदद मैदान की कमी से बहुत ज्यादा परेशान हैं। इन खिलाडिय़ों का साफ शब्दों में कहना है कि पुलिस मैदान उनको नियमित नहीं मिल पाता है जिसकी वजह से कई बार उनको सड़कों पर खेलना पड़ता है। एक तो वैसे भी राजधानी में एक भी एस्ट्रो टर्फ नहीं है इसकी कमी तो खलती ही है, लेकिन जो मैदान हैं वह खेलने के लिए उपलब्ध भी नहीं हो पाते हैं। खिलाड़ी चाहती हैं कि जल्द से जल्द राजधानी में एस्ट्रो टर्फ लग जाए ताकि उनका खेल निखरे और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में वे अपने राज्य के लिए पदक जीतने का काम कर सकें।

खेल एवं युवा कल्याण विभाग के पुलिस मैदान में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में हॉकी के गुर सीखा रहीं एनआईएस कोच रश्मि तिर्की के साथ पुरानी खिलाडिय़ों राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेल चुकीं चन्द्रकांता साहू, ललिता जांगड़े, रूचि बुंदेल, पूजा गिरी, निकिता धनकर, संध्या पाल के साथ ही उषा गिरी, वंदना ध्रुव, अंकिता पांडे, किरण यदु, लता जांगड़े, धनलक्ष्मी आचार्य, गायत्री धनकर के अलावा पहली बार प्रशिक्षण लेने आईं नीतू जगत, जिज्ञासा नेताम, माधुरी यादव, अंजू तिवारी, योगेश्वरी साहू, पूनम राठौर, रजनी चौरागढ़े, चंचल साहू को इस बात का मलाल है कि आज छत्तीसगढ़ को बने आठ साल से भी ज्यादा समय होने के बाद भी महिला हॉकी खिलाडिय़ों को एक मैदान नहीं मिल सका है। सभी खिलाड़ी कहती हैं कि हमें मालूम है कि हमारी सीनियर खिलाड़ी बरसों से पुलिस मैदान में ही अभ्यास करती आ रही हैं। उन लोगों के सामने में भी हमेशा यही परेशानी आती थीं कि जब भी पुलिस मैदान में कोई कार्यक्रम होता था उनको मैदान खेलने के लिए मिल ही नहीं पाता था। आज हम लोगों के साथ भी ऐसा ही हो रहा है। इन सभी खिलाडिय़ों ने एक स्वर में बताया कि कई बार हम लोगों को जब मैदान नहीं मिल पाता है तो हमें सड़कों पर अभ्यास करना पड़ता है। दो दिन पहले ही पुलिस विभाग को मैदान की जरूरत थी ऐसे में खिलाडिय़ों को सड़क पर अभ्यास करने मजबूर होना पड़ा। सभी खिलाडिय़ों को इस बात का भी मलाल है कि राजधानी का नेताजी स्टेडियम जहां रख रखाव के अभाव में खेलने लायक नहीं रहता है वहीं वहां पर क्रिकेट खेलने वाले खिलाडिय़ों का कब्जा रहता है। खिलाडिय़ों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह ने जब नेताजी स्टेडियम के साथ कोटा स्टेडियम में भी एस्ट्रो टर्फ लगाने की घोषणा कर दी है तो फिर इसको लगाने में विलंब क्यों किया जा रहा है।

एनआईएस कोच रश्मि तिर्की बताती हैं कि हमारी खिलाडिय़ों का राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्तर काफी अच्छा है। अगर इनको एस्ट्रो टर्फ पर अभ्यास करने का मौका मिल जाए तो बहुत जल्द राष्ट्रीय चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ को पदक मिलने लगेंगे। उन्होंने पूछने पर बताया कि प्रशिक्षण शिविर में दो दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी आ रही हैं। प्रशिक्षण शिविर के लिए सारा सामान खेल विभाग ने दिया है। उन्होंने बताया कि इस शिविर के बाद भी नियमित अभ्यास जारी रहेगा।

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