प्रदेश का खेल विभाग राज्य में खेल और खिलाडिय़ों के विकास के लिए लगातार तेजी से काम कर रहा है। नई खेल मंंत्री सुश्री लता उसेंडी भी खेल को बढ़ाने के लिए नई-नई पहल कर रही हैं। उन्होंने अब एक नई पहल करते हुए प्रदेश के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को गोद लेने की योजना बनाई है। इस योजना के लिए खेल विभाग को निर्देशित किया गया है कि इसमें क्या किया जा सकता है उसकी पूरी योजना तैयार की जाए। इस योजना को प्रारंभ करने के पीछे का मकसद यह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह अपने कार्यकाल से जो लगातार ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों के लिए करोड़ों के नगद इनाम की घोषणा करते रहे हैं उस इनाम के लिए खिलाडिय़ों को रास्ता दिखाना है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घोषणा कर रखी है कि ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को दो करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता तो एक करोड़ और कांस्य पदक जीतने वाले को पचास लाख रुपए दिए जाएंगे। इस घोषणा के बाद से ही लगातार यह बात की जाती रही है कि इस घोषणा को अमलीजाम पहनाने के लिए कोई योजना नहीं है। ऐसे में अब पहल करती हुए खेल मंत्री ने खिलाडिय़ों को गोद लेने की योजना बनाने को कहा है।
पहले नियम बनाएं जाएंगे : सिंह- खेल मंत्री के निर्देश के बाद खेल विभाग इसके लिए योजना बनाने में जुट गया है। इस बारे में संपर्क करने पर खेल संचालक जीपी सिंह ने बताया कि इस योजना को सही तरीके से लागू करने के लिए सबसे पहले नियम बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों को जहां उद्योगों को गोद दिलवाने का काम किया जाएगा, वहीं ऐसे प्रयास भी होंगे कि सरकार भी खिलाडिय़ों को गोद ले ले। उन्होंने बताया इसके लिए नियम बना दिए जाएंगे ताकि ये हमेशा काम आएं। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों के लिए डाइट के लिए कितने पैसे लगेंगे उनको कहां प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा, यह सब तय किया जाएगा इसके बाद योजना पर अमल प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना में सीधे खिलाडिय़ों को लाभ पहुचाने का काम होगा। खिलाडिय़ों को चयन करने के लिए टेस्ट भी होंगे। जो खिलाड़ी पात्र होंगे उन्हीं को योजना का लाभ मिलेगा।
1 टिप्पणी:
अच्छा प्रयास है
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