छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिलने के बाद अब इसके अनुबंध की तैयारी की जा रही है। यह अनुबंध दिल्ली में होगा। इस अनुबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह के साथ खेल मंत्री के भी हस्ताक्षर होंगे। इस अनुबंध के बाद ही प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों की तैयारी का कारवां आगे बढ़ेगा।
छत्तीसगढ़ ने मुख्यमंत्री डा। रमन सिंह की मंशा के अनुरूप ही ३७वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी ली है। छत्तीसगढ़ को मेजबानी तो ७ दिसंबर २००९ में ही दे दी गई थी, पर मेजबानी दिए जाने का अधिकृत पत्र तीन दिनों पहले ही मिला है। यह पत्र छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव बशीर अहमद खान को दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने दिया है। इस पत्र के मिलने के बाद अब भारतीय ओलंपिक संध के साथ मेजबान शहर अनुबंध पर हस्ताक्षर होने हैं। इसके बारे में जानकारी देते हुए बशीर अहमद खान ने बताया कि भारतीय ओलंपिक संघ से अनुबंध का एक प्रारूप प्रदेश सरकार को एक सप्ताह के अंदर भेजा जाएगा। इस प्रारूप को देखने के बाद अगर सरकार को किसी बात पर आपति होगी तो उसके बारे में भारतीय ओलंपिक संघ को सूचित किया जाएगा। किसी भी आपति का निराकरण दोनों पक्षों की सहमति से होगा। वैसे किसी भी तरह की आपति आने की संभावना नहीं है।
श्री खान ने बताया कि इस अनुबंध के लिए दिल्ली में एक समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह में ही अनुबंध पर हस्ताक्षर होंगे। छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह के साथ खेल मंत्री लता उसेंडी, खेल सचिव या खेल संचालक के हस्ताक्षर होंगे। इसी के साथ प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. अनिल वर्मा और महासचिव बशीर अहमद खान के हस्ताक्षर भी होंगे। भारतीय ओलंपिक संघ की तरफ से अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी और महासचिव राजा रणधीर सिंह हस्ताक्षर करेंगे।
श्री खान ने बताया कि मेजबानी के लिए जहां मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की तरफ से पहले ही सहमति दी है, वहीं नगर निगम से भी भारतीय ओलंपिक संघ को सहमति का पत्र भेजा जा चुका है। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी लेते हुए डीजीपी ने भी एक पत्र भारतीय ओलांपिक संघ को भेजा है। अब बस अनुबंध होने का इंतजार है इसके बाद राष्ट्रीय खेलों की जोरदार तैयारी प्रदेश में प्रारंभ हो जाएगी।
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