अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी में पाम्पोस हास्टल उड़ीसा के साथ बीईजी रूड़की ने अपने-अपने मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। आज बेमौसम हुई बारिश के कारण सारे क्वार्टर फाइनल मैच रद्द करने पड़े। अब चारों क्वार्टर फाइनल मैच २४ फरवरी को खेले जाएंगे।
एथलेटिक क्लब द्वारा नेताजी स्टेडियम में आयोजित स्पर्धा में आज पहला प्रीक्वार्टर फाइनल मैच बीईजी रूड़की और बिहार पुलिस पटना के बीच खेला गया। इस मैच में हुए कड़े मुकाबले में रूड़की ने ३-२ से जीत प्राप्त कर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। मैच का पहला गोल रूड़की के राजेश केरकेटा ने खेल के २४वें मिनट में किया। इसके सात मिनट बाद ही पी. टोपनो ने गोल करके अपनी टीम को २-० से आगे कर दिया। पहले हॉफ में रूड़की की टीम २-० से आगे थी।
दूसरे हॉफ का खेल प्रारंभ होने पर पटना ने बराबरी पाने जोर लगाया और लगातार हमले किए। इसके फलस्वरूप खेल के दूसरे मिनट में ही पी. हंस ने गोल करके रूड़की की बढ़त कम कर दी। लेकिन गोल करने की खुशी पटना के खेमे में ज्यादा समय तक नहीं रही और एक मिनट बाद ही ३८वें मिनट में संतलाल ने गोल करके रूड़की को ३-१ से आगे कर दिया। खेल के ५०वें मिनट में डी के अंदर पटना के खिलाड़ी को बाधा पहुंचाने के कारण पेनाल्टी दी गई। इसे गोल में बदलने में प्रभात ने कोई गलती नहीं की। इसके बाद पटना ने पूरा प्रयास किया कि उसे ३-३ की बराबरी मिल जाए, पर उसके खिलाड़ी अंत तक रूड़की की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं हुए और रूड़की ने मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। रूड़की को मैच में ९ पेनाल्टी कॉर्नर मिले जिसमें से एक गोल में बदला गया।
दूसरे मैच में पाम्पोस हास्टल और बीईजी पुणे के बीच भी कांटे का मुकाबला हुआ। इस मैच में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने का जलवा देखने को मिला। मैच का पहला होल पाम्पोस के लिए ए. तिर्की ने १०वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर से किया। इसके पांच मिनट बाद ही पुणे के एस. कुंडला ने भी पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को बराबरी दिला दी। खेल के ३०वें मिनट में पाम्पोस के वी. मिंज ने मैदानी गोल करके अपनी टीम को २-१ से बढ़त दिला दी। यह बढ़त पहले हॉफ के बाद दूसरे हॉफ में भी १५ मिनट तक कायम रही। खेल के ५०वें मिनट में एस. कुंडला ने गोल करके पुणे को २-२ की बराबरी पर ला खड़ा। लेकिन यह बराबरी महज दो मिनट तक ही रही। खेल के ५२वें मिनट में एक बार फिर से ए. तिर्की ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को ३-२ से आगे कर दिया। इसके दो मिनट बाद ही पाम्पोस के ए. दास ने भी पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को ४-२ से आगे कर दिया। दो गोलों से पीछे होने के बाद पुणे ने बराबरी पाने जोर लगाया उसे एक गोल करने में मैच समाप्त होने के तीन मिनट पहले सफलता मिली। कुलदीप सिंग ने पेनाल्टी कॉर्नर से यह गोल किया। इसके बाद कोई गोल नहीं हो सका और पुणे की टीम स्पर्धा से बाहर हो गई। इस मैच में पांच गोल पेनाल्टी कॉर्नर से हुए।
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