प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी सबा अंजुम अब अपने राज्य छत्तीसगढ़ से खेलने की इच्छुक हैं। उन्होंने अपनी इस इच्छा से मुख्यमंत्री डॉ। रमन सिंह को अवगत कराने के साथ सरकार से नौकरी की भी मांग की है। सबा इस समय रेलवे में कार्यरत हैं और रेलवे के लिए ही खेलती हैं। सबा को ममता खरब की तरह ही डीएसपी बनाने की मांग भारतीय टीम के मुख्य कोच एमके कौशिक कर चुके हैं।
भारतीय हॉकी टीम से एक दशक से खेल रहीं दुर्ग की खिलाड़ी सबा अंजुम अब छत्तीसगढ़ लौटना चाहती हैं और अपना बचा हुआ खेल जीवन अपने राज्य के नाम करने की इच्छुक हैं। उन्होंने अपनी इस इच्छा से सबसे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को अवगत कराया है। सबा कहती हैं कि उनको ऐसा लगता है कि अब अपने बचे हुए खेल जीवन को राज्य के नाम करने का समय आ गया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी इच्छा बताने के साथ राज्यपाल शेखर दत्त और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से नौकरी की मांग करते हुए उनको एक आवेदन भी दे दिया है। सबा कहती हैं उनको जैसे ही प्रदेश सरकार की नौकरी मिलेगी वह यहां आ जाएंगी। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि जब भारतीय टीम रायपुर में हरिभूमि द्वारा आयोजित एक प्रदर्शन मैच खेलने आई थी तब टीम के मुख्य कोच एमके कौशिक ने खुद से पंजाब की ममता खरब का उदाहरण देते हुए कहा था कि जब पंजाब सरकार ने ममता खरब को डीएसपी का पद दिया है तो छत्तीसगढ़ की सबा को भी ऐसा पद क्यों नहीं दिया जा सकता है। अगर सबा को प्रदेश सरकार सम्मान जनक पद दे तो यह खिलाड़ी अपने राज्य के लिए खेलेंगी।
श्री कौशिक की मांग पर प्रदेश सरकार कितना गौर करती है, यह अलग बात है, लेकिन अब कम से कम यह बात तय है कि अगर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सबा अंजुम को नौकरी देते हैं तो जहां इस खिलाड़ी के छत्तीसगढ़ से खेलने से प्रदेश की टीम मजबूत हो जाएगी, वहीं प्रदेश की खिलाडिय़ों को भी सबा से बहुत कुछ सिखने का मौका मिलेगा। वैसे भी सबा जब दुर्ग आती हैं तो वहां की खिलाडिय़ों के साथ अपने अनुभव बांटने का काम करती हैं। प्रदेश की सभी खिलाडिय़ों को सबा के छत्तीसगढ़ लौटने का इंतजार है।
1 टिप्पणी:
"सही बात है हम सब दुआ करते हैं कि सबा को यहीं पर जॉब मिल जाए... गुड लक सबा.."
प्रणव सक्सैना amitraghat.blogspot.com
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